BDN:- मिथिला की संस्कृति और संस्कार देश के लिए प्रेरणास्रोत है और जिस ईमानदारी और समर्पण के साथ मिथिलावासियों ने महाराष्ट्र में भी अपनी संस्कृति को बचाये रखा है यह अनुकरणीय है,जिसकी जितनी प्रशंसा की जाय कम ही होगी।ये बातें मुम्बई के विरार में “संस्कार मिथिला फाउंडेशन” के तत्वावधान में सरस्वती पूजनोत्सव पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए बॉलीवुड अभिनेता अमिय कश्यप ने सोमवार की संध्या कही।श्री कश्यप ने कहा अपने संस्कार को भुलाकर समाज कभी सर्वांगीण विकास नहीं कर सकता।उक्त अवसर पर संस्था द्वारा श्री कश्यप को “मिथिला गौरव सम्मान” से सम्मानित किया गया।संस्था की ओर से निर्माणाधीन मैथिली फीचर फिल्म “प्रेमक बसात” के निर्माता व युवा समाजसेवी वेदांत झा और फ़िल्म इंडस्ट्री के स्थापित लाइन प्रोड्यूसर समाजसेवी कुणाल ठाकुर ने अंगवस्त्रम,बुके आदि से सम्मानित किया।कुणाल ठाकुर ने कहा कि बेगूसराय से जुड़े अमिय कश्यप ने देश स्तर पर मिथिलांचल को गौरवान्वित किया है,जो प्रशंसनीय है।श्री ठाकुर ने कहा कि मिथिला का मतलब सिर्फ दरभंगा और मधुबनी नहीं बल्कि अररिया से लेकर सीतामढ़ी तक जितने भी मैथिली भाषी हैं वे सब हमारे अंग हैं और मिथिला को गौरवान्वित करने वाले सपूतों को प्रत्येक वर्ष संस्था सम्मानित करेगी।मौके पर बॉलीवुड एक्टर विवेकानंद झा,जट जटिन फेम चर्चित फिल्म निर्देशक रघुबीर सिंह,प्रेमक बसात के निर्देशक रूपक शरर को भी मंच से सम्मानित किया गया।
