बीपीएससी विद्यार्थियों के विरोध में साथ देनेवाले खान सर खुद छात्रों के विरोध में फंस गये। बीपीएससी के विद्यार्थियों ने खान सर को धरना स्थल से वापस लौटा दिया। उनका विरोध इस बात को लेकर किया जा रहा था कि वह धरना पर फोटो खींचाने आते हैं। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर थी कि वह बीच में ही धरना छोड़कर चले गये है। वह मीडिया का ध्यान आकृष्ट करने धरना स्थल पर आये थे।  पहले खान सर समर्थन में आये थे और वह बीच में ही चले गये हैं।

विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन 18 दिसंबर 2024 से जारी है। इस प्रकार, आज 27 दिसंबर 2024 तक यह प्रदर्शन 10 दिनों से चल रहा है।

विरोध के प्रमुख कारण

1. परीक्षा में अनियमितताएं और धांधली के आरोप: छात्रों का आरोप है कि 13 दिसंबर 2024 को आयोजित परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने और परीक्षा केंद्रों पर अनियमितताओं की घटनाएं हुईं। पटना के बापू परीक्षा परिसर में प्रश्नपत्र वितरण में देरी और अव्यवस्था के कारण परीक्षा रद्द कर दी गई थी, जिससे छात्रों में असंतोष बढ़ा।

2. ‘नॉर्मलाइजेशन’ प्रक्रिया को लेकर असमंजस: छात्रों ने ‘नॉर्मलाइजेशन’ प्रक्रिया के संभावित लागू होने पर आपत्ति जताई, जिससे उनके अंकों में असमानता की आशंका है। 6 दिसंबर 2024 को बीपीएससी कार्यालय के बाहर इस मुद्दे पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ, जिसमें पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।

3. परीक्षा के प्रश्नपत्र की गुणवत्ता पर सवाल: अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रश्नपत्र का स्तर अपेक्षाकृत सरल था और कुछ प्रश्न निजी कोचिंग संस्थानों के मॉडल प्रश्नपत्रों से मेल खाते थे, जिससे परीक्षा की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगा।

4. पुनर्परीक्षा की मांग: उपरोक्त मुद्दों के चलते छात्र पूरी परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा की मांग कर रहे हैं। हालांकि, बीपीएससी ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी और मुख्य परीक्षा अप्रैल 2025 में आयोजित होगी।

 

विरोध प्रदर्शन की स्थिति

छात्र पटना के गर्दनीबाग में धरना दे रहे हैं, जिसमें कुछ शिक्षकों और राजनीतिक नेताओं का समर्थन भी प्राप्त है। हालांकि, कुछ शिक्षक स्वास्थ्य कारणों से धरना स्थल से हट गए हैं, जिससे छात्रों में निराशा है।

सरकार और आयोग की प्रतिक्रिया:

बीपीएससी ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए छात्रों से मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुटने की अपील की है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि यदि किसी के पास अनियमितताओं के सबूत हैं, तो सरकार तुरंत परीक्षा रद्द करने का निर्णय लेगी।

असंतोष नहीं हो रहा है समाप्त

बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन 10 दिनों से जारी है, जिसमें परीक्षा में अनियमितताओं, ‘नॉर्मलाइजेशन’ प्रक्रिया, प्रश्नपत्र की गुणवत्ता और पुनर्परीक्षा की मांग प्रमुख कारण हैं। आयोग और सरकार ने अब तक परीक्षा रद्द करने से इनकार किया है, जिससे छात्रों में असंतोष बना हुआ है।

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