पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में आने वाले पर्यटक एक बार फिर से टॉय ट्रेन का लुफ्त उठा सकेंगे. बिहार की राजधानी पटना आनेवाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है. राज्य सरकार ने पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में फिर से टॉय ट्रेन चलाने की तैयारी में जुट गयी है. संजय गांधी जैविक उद्यान में प्रति दिन हजारों की संख्या में पर्यटक अपने बच्चों के साथ घूमने आते हैं. प्रकृति के बीच वह यहां पर अपना दिन भर का समय गुजारते हैं. जैविक उद्यान का क्षेत्रफल इतना लंबा है कि वह पूरे उद्यान का भ्रमण नहीं कर सकते. साथ में अगर बच्चे हों तो बाघ, भालू, तेंदुआ, बंदरों का झंड, सांपों का घर, मछली घर, उद्यान के अंदर के झील और मगरमच्छा का बड़ा झुंड नहीं देख सकते हैं.
कैबिनेट ने उद्यान में टॉय ट्रेन चलाने की दी अनुमति
कैबिनेट ने पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में बंद पड़ी टॉय ट्रेन के संचालन की स्वीकृति दी है. पटना जू में 1977 से चल रहीं टॉय ट्रेन को फिर से चलाया जायेगा. दानापुर रेल मंडल को इसका निर्माण कराने की जिम्मेदारी दी गयी है. इसके निर्माण पर कुल नौ करोड़ 88 लाख खर्च किये जायेंगे. टॉय ट्रेन में चार कोच होंगें और उद्यान में फिर से नया ट्रैक बिछाया जायेगा.