
बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर ने आज अपनी ऐतिहासिक पहली कार्य परिषद (Executive Council) बैठक का आयोजन कर खेल शिक्षा के क्षेत्र में एक नई शुरुआत का संकेत दिया। विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ प्रशासक शिशिर सिन्हा (सेवानिवृत्त आइएएस) ने की.
कौन-कौन लोग थे शामिल
बैठक में कुलपति श्री सिन्हा के साथ कुलसचिव रजनी कांत, परीक्षा नियंत्रक निशिकांत तिवारी, उच्च शिक्षा निदेशालय से अजीत कुमार, खेल निदेशक महेन्द्र कुमार, संयुक्त सचिव निरंजन कुमार और सहायक निदेशक मिथिलेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक की शुरुआत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने कार्य परिषद के गठन और उसकी भूमिका पर विस्तृत जानकारी साझा की। कुलपति श्री सिन्हा ने सभी सदस्यों को विश्वविद्यालय के विकास में सहयोग देने और सुझाव साझा करने का आह्वान किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि आवासीय पाठ्यक्रमों की शुरुआत के लिए आधारभूत संरचनाओं को शीघ्र सुदृढ़ किया जाना प्राथमिकता में है।
बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें प्रमुख हैं:
विश्वविद्यालय के विजन और मिशन कथन को दी गई मंजूरी:
परिषद् ने सर्वसम्मति से बिहार खेल विश्वविद्यालय को शारीरिक शिक्षा एवं खेल विज्ञान के क्षेत्र में वैश्विक स्तर का संस्थान बनाने के संकल्प को मंजूरी दी। इसका उद्देश्य शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, खिलाड़ियों और विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय को उत्कृष्ट बनाना है।
BSUR और SCERT के बीच ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (MOU):
कार्यपरिषद् ने बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर एवं राज्य शिक्षा एवं शोध परिषद्, बिहार, पटना के बीच समझौता ज्ञापन (MOU) पर भी अपनी सहमति दी। बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर राज्य के शारीरिक शिक्षा से जुड़े शिक्षकों और व्याख्याताओं को आधुनिक प्रशिक्षण और रिफ्रेशर कोर्स उपलब्ध कराए जाएंगे।
नई नियुक्तियों को मिली स्वीकृति:
बैठक में चंदन कुमार, डॉ. रवि कुमार सिंह, रौशन कुमार और अजीत कुमार को परामर्शी पद पर तथा ब्रजेश कुमार पाण्डेय और यश राज को प्रशाखा पदाधिकारी के रूप में नियुक्त करने की पुष्टि की गई।
इस बैठक ने स्पष्ट कर दिया कि बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर आने वाले समय में न केवल राज्य बल्कि देश में खेल शिक्षा और प्रशिक्षण का एक मजबूत स्तंभ बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।