हर जिले में होगा ‘तेरे मेरे सपने’ विवाह पूर्व परामर्श केंद्र – रिश्तों को नई दिशा देने की पहल, शादी सिर्फ रस्मों और कपड़ों का जश्न नहीं होती, बल्कि दो जिंदगियों का मिलन और दो परिवारों की साझेदारी होती है। लेकिन जब यह साझेदारी समझदारी और संवाद से दूर होती है, तो रिश्तों में तनाव बढ़ जाता है। इसी सोच के साथ अब देशभर के सभी जिलों में ‘तेरे मेरे सपने’ नाम से विवाह पूर्व परामर्श केंद्र खोले जा रहे हैं। यहां शादी से पहले युवा जोड़ों को रिश्तों, जिंम्मेदारियों और भावनाओं को लेकर काउंसलिंग दी जाएगी। बदलते दौर में इस पवित्र रिश्ते में तनाव और तलाक जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में अब राज्य सरकार और राष्ट्रीय महिला आयोग ने मिलकर एक बड़ा कदम उठाया है—राज्य के सभी जिलों में मई महीने तक ‘तेरे मेरे सपने’ नामक विवाह पूर्व परामर्श केंद्र खोले जाएंगे। इसका मकसद स्पष्ट है—शादी से पहले युवाओं को भावनात्मक, सामाजिक और मानसिक रूप से तैयार करना, ताकि वे वैवाहिक जीवन की जटिलताओं को समझ सकें और रिश्तों को मजबूती से निभा सकें।

क्या है ‘तेरे मेरे सपने’ परामर्श केंद्र?

राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा शुरू की गई यह पहल एक तरह से पूर्व वैवाहिक काउंसलिंग सेवा है। इसका उद्देश्य युवाओं को शादी से पहले उन पहलुओं से रूबरू कराना है, जिनका सामना वे शादी के बाद करते हैं—जैसे भावनात्मक जुड़ाव, परिवार के साथ तालमेल, जिम्मेदारियों की समझ, और संवाद की कला। इस केंद्र में महिला और पुरुष दोनों काउंसलर मौजूद रहेंगे, ताकि हर पहलू पर संतुलित दृष्टिकोण से सलाह दी जा सके।

कहां खुलेंगे ये केंद्र?

सभी जिलों में यह केंद्र कलेक्टरेट परिसर में विवाह पंजीकरण कार्यालय के पास खोले जाएंगे। इसका फायदा यह होगा कि जो जोड़े शादी के लिए आवेदन करने आएंगे, वे सहज रूप से काउंसलिंग की ओर भी प्रेरित हो सकेंगे।
हर केंद्र में 5 से 6 काउंसलरों की नियुक्ति की जाएगी। इन्हें महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा नियुक्त किया जाएगा।

इस कदम की जरूरत क्यों पड़ी?

राष्ट्रीय महिला आयोग ने हाल ही में एक सर्वे कराया था, जिसमें 5 से 40 साल के शादीशुदा लोगों को शामिल किया गया। सर्वे में सबसे चौंकाने वाली बात ये सामने आई कि 5 से 10 साल की शादी में सबसे ज्यादा तनाव और दरारें देखने को मिलीं। कई मामलों में हालात इतने बिगड़ गए कि तलाक तक की नौबत आ गई। आयोग ने यह भी बताया कि वन स्टॉप सेंटर और फैमिली कोर्ट में आने वाली शिकायतों का विश्लेषण करके ये नतीजे निकाले गए हैं। यही कारण है कि अब विवाह से पहले ही जागरूकता और परामर्श की व्यवस्था को जरूरी माना गया है।

क्या मिलेगा इस परामर्श केंद्र में?

यह केंद्र सिर्फ ‘समस्या समाधान’ की जगह नहीं होंगे, बल्कि युवाओं को शादी से पहले वैवाहिक जीवन के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराने की जगह होंगे। यहां बातचीत के जरिए निम्नलिखित मुद्दों पर सलाह दी जाएगी: शादी में साझेदारी और संवाद का महत्व, परिवारों के बीच तालमेल कैसे बनाएं, करियर और वैवाहिक जिम्मेदारियों का संतुलन, गुस्से और ईगो को कैसे संभालें, यौन शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जरूरी जानकारियां, घरेलू हिंसा, मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन। सभी चर्चाएं गोपनीय रखी जाएंगी और युवाओं को यह एहसास दिलाया जाएगा कि वे अकेले नहीं हैं।

शुरुआती अनुभव क्या रहे?

8 मार्च को महिला दिवस के अवसर पर यह योजना राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, केरल और दिल्ली जैसे आठ राज्यों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई थी। इन राज्यों में मिले सकारात्मक अनुभवों के बाद अब इसे पूरे देश में लागू किया जा रहा है।

समाज में बदलाव की उम्मीद

यह पहल इसलिए भी अहम है क्योंकि आज के दौर में संपर्क के साधन तो बढ़े हैं, लेकिन संवाद की कमी होती जा रही है। लव मैरिज हो या अरेंज, दोनों ही स्थितियों में शादी से पहले रिश्ते की गहराई और जिम्मेदारियों को समझना जरूरी है। कई बार युवा भावनाओं में बहकर जल्दबाज़ी में फैसले लेते हैं, जिसके दूरगामी परिणाम होते हैं। अगर उन्हें पहले ही सही मार्गदर्शन मिले तो शायद ऐसी कई शादियाँ टूटने से बच सकती हैं।

आगे की राह

राष्ट्रीय महिला आयोग की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि शादी से पहले समझदारी से लिया गया कदम, शादी के बाद की जिंदगी को ज्यादा सुकूनदायक बना सकता है। अब जब यह केंद्र हर जिले में खुलेंगे, तो आने वाले वर्षों में इसके सकारात्मक नतीजे देखने को मिल सकते हैं। शादी से पहले थोड़ा रुककर, सोचकर, समझकर बढ़ाया गया कदम—एक लंबे और मजबूत रिश्ते की नींव बन सकता है।

निष्कर्ष

‘तेरे मेरे सपने’ केवल एक परामर्श केंद्र नहीं, बल्कि एक ऐसी कोशिश है जो हमारे सामाजिक ढांचे में रिश्तों को एक नई सोच और स्थायित्व देने जा रही है। इस पहल से न सिर्फ युवा लाभान्वित होंगे, बल्कि परिवार, समाज और पूरे देश में वैवाहिक संबंधों को लेकर एक सकारात्मक माहौल भी बनेगा। शादी से पहले एक बार बात कर लेना…शायद पूरी जिंदगी को बेहतर बना दे।
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