पटना.डेस्क
बिहार में मानसून ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है, जिसके चलते मौसम विभाग ने राज्य के 32 जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। लगातार बारिश के कारण गंगा, गंडक, कोसी, पुनपुन और सोन जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। खासकर पटना के राघोपुर क्षेत्र में गंगा नदी का बढ़ता जलस्तर बाढ़ का खतरा पैदा कर रहा है।
गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब
पिछले 24 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने बिहार की नदियों को उफान पर ला दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, गंगा नदी का जलस्तर पटना, मुंगेर, और भागलपुर में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। राघोपुर और आसपास के निचले इलाकों में पानी घुसने की आशंका बढ़ गई है, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत का माहौल है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं।
भारी बारिश का अलर्ट: प्रभावित जिले
मौसम विभाग ने निम्नलिखित 32 जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है:
पटना, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय, खगड़िया, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, नवादा, गया, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, सारण, और अन्य। यह अलर्ट अगले 48 घंटों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि मूसलाधार बारिश की संभावना बनी हुई है।
प्रशासन की तैयारियां: राहत और बचाव कार्य शुरू
आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिला प्रशासनों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। निचले इलाकों में बाढ़ से निपटने के लिए नावों की व्यवस्था की जा रही है, और राहत-बचाव दलों को तैनात किया गया है। मौसम विभाग ने वज्रपात के खतरे को देखते हुए लोगों को बारिश के दौरान पेड़ों, खुले स्थानों, और बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी है।
किसानों और आम जनता पर प्रभाव
लगातार बारिश से धान की खेती को कुछ हद तक फायदा हुआ है, लेकिन निचले इलाकों में फसलें डूबने का खतरा बढ़ गया है। मक्का, सब्जियां, और अन्य फसलों को भी नुकसान की आशंका है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की समस्या ने आम जनता का जीना मुहाल कर दिया है। सड़कों पर पानी भरने से यातायात भी प्रभावित हुआ है।
अगले 48 घंटे अहम: सतर्कता की अपील
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों में बिहार के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।

