PATNA. बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो रेल का निर्माण कार्य जारी है. मेट्रो रेल की कीमत पटना की कई पुराने भवनों को चुकाना पड़ रहा है. पटना में 100 वर्षों से अधिक समय से जो भवन पहले लैंड मार्क के रूप में पहचाने जाते थे,अब उनका नामोनिशान नहीं मिलेगा. अशोक राजपथ में कई ऐसी दुकानें थी जो लैंडमार्क के रूप में थी वह 5-10 वर्ष पहले आनेवाले लोगों को खोजने से नहीं मिलेगी. इसी प्रकार के पटना के अशोक राज पथ में स्थित 103 साल पुराना नूरानी दवाखाना , स्टीलो और पनामा मेडिको का हो गया है. अब ये दुकानें ध्वस्त कर दी गयी है. इनकी पहचान मिटाते समय ऐसी हो गयी कि लोग इसके ध्वस्त होने का नजारा देखने के लिए इकट्ठा हो गये थे. इन भवनों को सिर्फ डेढ़ घंटे में ध्वस्त कर दिया गया.
पटना मेट्रो का मुख्य रूट अशोक राजपथ है. अशोक राजपथ की अब वह पहचान नहीं रह गयी है जिससे कि किसी मकान या दुकान के साथ पहचाना जाये. इस सड़क पर मेट्रो के निर्माण के साथ ही डब्बल डेकर एलिवेटेड रोड का निर्माण भी कराया जा रहा है. बिहार में अशोक राज पथ का डब्बल डेकर एलिवेटेड रोड गांधी मैदान से आरंभ होकर पटना मार्केट, बांकीपुर पोस्टऑफिस, पटना डेंटल कॉलेज, पटना मेडिकल कॉलेज असपताल(पीएमसीएच), इंजीनियरिंग कॉलेज, सुल्तानगंज, महेंद्रू होते हुए आगे तक जा रहा है. राजधानी को जाम से निजात दिलाने के लिए सरकार की ये सभी योजनाएं अब जमीन पर उतरने लगी है. स्वाभाविक है कि नये निर्माण के कारण पुराने मकानों को तोड़ना पड़ रहा है. निर्माण होने के बाद अब अशोक राजपथ के लैंड मार्क पिलर नंबर हो जायेंगे.