BIHAR, SARAN. सारण जिले में आत्महत्या करनेवाले  एक पत- पत्नी की खता बस इतनी थी कि उन्होंने पोते की शादी के लिए माइक्रो फिनांस कंपनी से लोन ले लिया. कर्ज न चुकाने को लेकर सोचा पहले घर छोड़ देते हैं. इससे भी काम नहीं चला तो उन दोनों ने आत्म हत्या कर ली. उनका शव छपरा-बलिया रेलखंड के रिविलगंज रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को पाया गया. परिवार वाले आरोप लगा रहे हैं कि फाइनेंस कंपनी द्वारा रिकवरी को लेकर इतना दबाव बनाया जा रहा था कि दोनो बुजूर्ग ने कर्ज न देने के शर्म से आत्महत्या पर उतर गये.

यह घटना शनिवार की है. सारण जिला के जलालपुर प्रखंड के गम्हरिया कला स्थित फुटनी बाजार के रामेश्वर प्रसाद और उनकी पत्नी लालमुनी देवी के साथ घटित हुई है. परिजन बताते हैं कि रामेश्वर प्रसाद का एक बेटा था जिसकी मौत पहले हो गयी थी. उसके मौत के बाद पोते को संभालने की जिम्मेवारी दादा-दादी पर आ गयी. इसी बीच जब पोता के शादी की बात आयी तो रामेश्वर प्रसाद ने एक फाइनेंस कंपनी से लोन ले लिया. मजदूरी कर गुजर बसर करनेवाले दंपति को लोन चुकाने में देरी हो रही थी. इधर रिकवरी को लेकर एजेंट बार-बार परेशान कर रहे थे. कंपनी के मालिक और एजेंट बार-बार उनके घर जाते थे. हैरान परेशान दंपत्ति ने तीन-चार दिन पहले ही घर छोड़ कर कहीं चले गये थे. परिजनों से सोचा कि कहीं रिश्तेदार के घर चले गये होंगे. अंत में रिविल गंज स्टेशन के पास से सूचना मिली की उनका शव वहां पड़ा हुआ है.

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