बिहार विधान मंडल का मानसून सत्र आज से प्रारंभ हो रहा है। यह बिहार में एनडीए सरकार का अंतिम सत्र होगा । 17 वें विधानसभा का अंतिम सत्र होने के नाते सरकार अपने जितने भी विधायी कार्य हैं या जो घोषणाएं हैं उसको इस सत्र में कानून का अमली जामा पहना देगी। आज सत्र का पहला दिन है ऐसे में आज के निर्धारित कार्यक्रम भी सामान्य ही रहेंगे।
अध्यक्ष के संबोधन से सत्र का होगा आगाज
आमतौर पर सदन के कार्यवाही का शुरुआत विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव के संबोधन से होगा । इस दौरान अगर कोई नया सदस्य निर्वाचित होकर आता है तो उसकी सदस्यता ग्रहण करने की भी परंपरा रही है। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति से सत्र नहीं चलने के दौरान राज्यपाल द्वारा स्वीकृत किए गए विधेयकों को भी सदन पटल पर रखा जाएगा।
कार्य मंत्रणा समिति का होगा गठन
सदन के अंदर अध्यक्ष सदस्य और कार्य मंत्रणा समिति के सदस्यों का भी चुनाव किया जाएगा । अध्यसी सदस्य के जिम्मेदारी सदन के अंदर आमतौर पर अध्यक्ष की अनुपस्थिति में सदन की कार्यवाही संचालन करने की होती है । सदन की शुरुआत में सरकार द्वारा कार्य मंत्रणा समिति की भी गठन किया जाता है । जिसमें सदन को शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक तरीके से संचालित किया जाए ।
विपक्षी नेता भी होते हैं सदस्य
इसमें विपक्ष के सदस्यों को भी शामिल किया जाता है। मुख्यमंत्री सहित अन्य सदस्य भी कार्य मंत्रणा समिति के सदस्य होते हैं। यह समिति विधानसभा में किसी तरह का गतिरोध आने के बाद उसका विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक कर समाधान करती है और सत्र की गतिविधियों पर भी सहयोग करती है।

