विधानसभा की टिकट और जीत पक्की होने को लेकर एक पूर्व विधायक जूतों की माला लेकर निकले. चुंकिबिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी अब शुरू हो रही है. राजनीतिक दलों द्वारा इसको लेकर जनता के बीच जाकर तरह-तरह वायदे किये जा रहे हैं. जनता के लिए गये कार्यों की याद दिलाय जा रहा है, लेकिन सोमवार बिहार विधानसभा के एक पूर्व विधायक जनता के बीच जूतों की माला लेकर पहुंच गये. उन्होंने हाथ में जूतों की माला पहनाने को लेकर जनता को पुकारा, साथ ही शर्त रखी कि उनके हाथ की जूतों की माला उनके गले में तभी पहनायी जाये जब जनता को यह लगे कि उन्होंने क्षेत्र के लिए काम नहीं किया है. अभी बिहार में सत्ताधारी दल के पूर्व विधायक बनवास काट रहे हैं.

कौन हैं पूर्व विधायक जो जूतों की माला लेकर पहुंचे

सत्ताधारी दल के विधायक का नाम खुर्शीद अहमद है. वे पश्चिम चंपारण जिला के सिकटा विधानसभा क्षेत्र से आते हैं. वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में निर्वाचित होने के बाद नीतीश कैबिनेट में मंत्री बने. चंपारण की एक सीट से जदयू से जीतनेवाले इस विधायक को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इनाम भी बख्शा. उनको गन्ना उद्योग विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग जैसी विभागों की जिम्मेवारी सौंपी गयी.

कैसे पहुंचे जनता के बीच

पूर्व जदयू विधायक अपने समर्थकों के साथ बैसखवा (सिकटा प्रखंड़) में आयोजित जनसभा में मोटरसाइकिल रैली पर निकले थे. वे खुद बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार थे. माथे पर मुरैठा बांधे, जैसे ही वह मंच पर पहुंचे तो फूलों की माला की जगह उन्होंने अपने हाथ में जूतों की माला उठा ली. इसे देखकर कार्यकर्ता भौचक्के रह गये. मंच पर भरे कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच अपने पुराने कार्यकाल को याद दिलाया.

मंच पर तौले गये सिक्कों से

जनसभा को संबोधित करने विधायक की सभी पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार हुआ. वहां पर उनको समर्थकों ने सिक्कों से तौला गया. विधायक बड़बोले हैं.

चुनाव आया तो जनता याद आयी

विधानसभा चुनाव आया तो पूर्व विधायक जी को जनता की याद आयी है. पांच साल तक किसी भी मंच या कार्यक्रम में नहीं दिखनेवाले विधायक आये तो धूम मचाते हुए आये. इसके लिए उन्होंने जनता से मांफी मांगने के अंदाज में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी.
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