मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार (7 जुलाई 2025) को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में 7468 नवनियुक्त महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (ए.एन.एम.) को नियुक्ति पत्र दिया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुछ चयनित उम्मीदवारों को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र सौंपकर सभी को शुभकामनाएं दीं. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इन नयी नियुक्तियों से राज्य की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी और ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर महिलाओं एवं बच्चों को बेहतर इलाज सुविधाएं उपलब्ध होंगी. यह कदम न केवल राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देगा, बल्कि “स्वस्थ बिहार” की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक अहम प्रयास साबित होगा.

मरीजों को मिलने वाले प्रमुख लाभ

स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता में वृद्धि होगी. नयी एएनएम की नियुक्ति से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी), स्वास्थ्य उपकेंद्रों और दूर-दराज के गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं अधिक सुलभ होंगी. इससे विशेष रूप से ग्रामीण जनता को तुरंत इलाज मिलेगा.

मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार

महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच, सुरक्षित प्रसव और शिशु टीकाकरण जैसे कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएंगी. इससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आने की संभावना है.

साफ-सफाई एवं टीकाकरण जागरूकता

ए.एन.एम. द्वारा गांवों में स्वच्छता, पोषण, परिवार नियोजन और टीकाकरण के प्रति जागरूकता फैलायी जायेगी. इससे दीर्घकालीन रूप से लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होगा.

आपात स्थितियों में त्वरित सहायता

स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित ए.एन.एम. की मौजूदगी आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को त्वरित और प्रभावी बनायेगी.

महिलाओं को रोजगार और सशक्तिकरण

इस नियुक्ति से हजारों महिलाओं को न केवल सरकारी रोजगार मिला है, बल्कि वे समाज में स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में नेतृत्व की भूमिका भी निभायेंगी. मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि नवनियुक्त सभी महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने कर्तव्यों का पालन निष्ठा और समर्पण के साथ करेंगी, जिससे बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था और सुदृढ़ होगी.
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