मातृत्व अवकाश लेकर एविएशन इंस्ट्रक्टर ने विमान का उड़ान किया
बिहार में डायरेक्टरेट ऑफ सिविल एविएशन में तैनात एक महिला कैप्टन द्वारा विपरीत परिस्थिति में विमान का उड़ान करना महंगा पड़ा. इसको लेकर डायरेक्टरेट ऑफ एविएशन ट्रेनिंग द्वारा महिला कैप्टन पर कार्रवाई आरंभ कर दी गयी है. मामला जुलाई का है. अब उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर मुख्य जांच आयुक्त के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है.
कौन हैं कैप्टन जिसने उड़ाया बिना अनुमति के विमान
बिहार सरकार के उड्डयन प्रशिक्षण निदेशालय में उड्डयन प्रशिक्षक के पद पर तैनात कैप्टन पूजा संदवार ने मातृत्व अवकाश लिया. अवकाश में रहते हुए उन्होंने बिना सक्षम प्राधिकार की अनुमति के बगैर कैप्टन शिव प्रकाश (मुख्य उड्डयन प्रशिक्षक)( संविदा) से साथ प्रशिक्षण विमान का उड़ान किया. साथ ही कै संदवार द्वारा डीजीसीए के प्रावधानों के विरुद्ध गैस्टेशन प्रीयड में उड़ान कार्य किया है. उनके इस कृत्य को सरकार ने गंभीरता से लेते हुए नोटिस दिया है. सरकारी नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गयी है. महिला अधिकारी पर आरोप है कि मातृत्व अवकाश में रहने के बाद भी उन्होंने गर्भावस्था में प्रशिक्षण विमान उड़ाया है.
उड्डयन प्रशिक्षण निदेशालय ने भेजा नोटिस
मंत्रिमंडल सचिवालय के अधीन उड्डयन प्रशिक्षण निदेशालय में कैप्टन पूजा संदवार उड्डयन प्रशिक्षण के रूप में पदस्थापित हैं. मामला इस वर्ष अप्रैल का है. सरकार ने उन्हें भेजी नोटिस में कहा है कि उन्होंने गर्भावस्था के दौरान बगैर सक्षम प्राधिकार की अनुमति मुख्य उड्डयन प्रशिक्षक कैप्टन शिव प्रकाश के साथ प्रशिक्षण विमान की उड़ान किया है. सरकार ने कैप्टन संदवार के इस कृत्य को बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली के प्रावधानों का घोर उल्लंघन माना है. एक सरकारी सेवक के रूप में नैतिक कदाचार और पद के दुरुपयोग का मामला भी माना गया है. मामला संज्ञान में आने के बाद सरकार ने कैप्टन संदवार को नोटिस देकर जवाब मांगा. जवाब मिलने के बाद उसकी समीक्षा की गयी और पाया गया कि इस मामले की वृहद जांच की आवश्यकता है. इसके बाद सरकार ने इन पर विभागीय कार्रवाई चलाने का निर्णय लिया है. कै संदवार को निर्देश दिए गए हैं कि वे बचाव के संबंध में अपना पक्ष रखने के लिए जांच मुख्य जांच आयुक्त के समक्ष उपस्थित होगी.