बिहार विधानसभा क्षेत्र की शुरुआत वाल्मीकीनगर से होता है. बिहार की कुल 243 विधानसभा क्षेत्रों में वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र पहले नंबर पर आता है. यहीं से विधानसभा क्षेत्र की संख्या आरंभ होती है. राज्य के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में अवस्थित यह क्षेत्र गंड़क नदी से जुड़ा है. संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन आदेश के बाद 2008 में वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र स्थापित किया गया था. 2008 से पहले, यह क्षेत्र धनहा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा था. विधानसभा परिसीमन के बाद पहला चुनाव वर्ष 2010 में हुआ. आजादी के बाद से 1952 में हुए पहले विधानसभा की शुरुआत मनेर विधानसभा से हुई थी. यह क्षेत्र वाल्मीकि नगर राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व के लिए प्रसिद्ध है, जो नेपाल की सीमा से सटा हुआ है.

वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र का विस्तार

वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र , वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. इस निर्वाचन क्षेत्र में पिपरासी, मधुबनी, ठकराहा और भीतहा प्रखंड के साथ ही सिधवा प्रखंड की वाल्मीकीनगर, लक्ष्मीपुर, रमपुरवा, संतपुर, सोहरिया, चंपापुर, गोनौली, नौरंगिया दरदरी, महुअवा, कटहरवा, हरनाटांड, बलुआ, छत्रौल, देवरिया, तरुअनवा भड़छी, बेलहवा, मदनपुर, बकुली पंचगावा, विनवलिया बोधसर, नया गांव, रामपुर, मंगलपुर औसानी, बोरवल नरवल, समेमरा, कटकुईया, यमुनापुर टडवलिया, जिमरी नौतनवा और ढोलबाजवा लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत शामिल हैं.

बूथों की संख्या

वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 358 बूथ है. इस विधानसभा की सभी बूथ ग्रामीण क्षेत्र में है. इसमें कोई भी शहरी क्षेत्र शामिल नहीं है. इसके कारण एक भी शहरी क्षेत्र में बूथ नहीं हैं.

मतदाताओं की संख्या

मतदाता सूची 2024 के अनुसार वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र में कुल तीन लाख 45 हजार 890 मतदाता हैं. इसमें एक लाख 83 हजार 951 पुरुष मतदाता तो एक लाख 61 हजार 918 महिला मतदाता है. इस विधानसभा क्षेत्र में 21 वोटर थर्ड जेंडर वाले हैं.
वर्ष 2008 के परिसीमन के बाद संपन्न चुनाव का ब्योरा

विधानसभा चुनाव 2010

विजेता: राजेश सिंह (जनता दल (यूनाइटेड))
वोट: 42,289
उपविजेता: मुकेश कुमार कुशवाहा (राजद)
वोट: 27,618
जीत का अंतर: 14,611 वोट

विधानसभा चुनाव 2015

विजेता: धीरेंद्र प्रताप सिंह (निर्दलीय)
वोट: 66,860
उपविजेता: इरशाद हुसैन (कांग्रेस)
वोट: 33,280
जीत का अंतर: 33,580 वोट

विधानसभा चुनाव 2020

विजेता: धीरेंद्र प्रताप सिंह (जनता दल (यूनाइटेड))
वोट: 74,906
उपविजेता: राजेश सिंह (कांग्रेस)
वोट: 53,321
जीत का अंतर: 21,585 वोट

धनहा विधानसभा क्षेत्र: परिसीमन और ऐतिहासिक चुनाव

धनहा विधानसभा क्षेत्र बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में स्थित था. यह बगहा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा था. इस निर्वाचन क्षेत्र की स्थापना 1951 में हुई थी और इसे भारत के परिसीमन आयोग के आदेश के बाद 2010 में समाप्त कर दिया गया था. परिसीमन आयोग के आदेशों के परिणामस्वरूप 2010 में धनहा विधानसभा क्षेत्र का अस्तित्व समाप्त हो गया. पहले धनहा द्वारा कवर किया गया क्षेत्र अब वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है.
ऐतिहासिक चुनाव
यहाँ 1952 से 2010 तक धनहा विधानसभा क्षेत्र के चुनाव परिणामों की जानकारी

1952 का विधानसभा चुनाव

विजेता: सुदामा मिश्र (कांग्रेस)
वोट: 6256
उपविजेता: हरदेव लाल
वोट: 3070
जीत का अंतर: 3186 वोट

1957 विधानसभा चुनाव

विजेता: जोगेंद्र प्रसाद (स्वतंत्र)
वोट: 10949
उप विजेता- सुदामा मिश्रा
वोट – 5019
जीत का अंतर – 5930

1962 विधानसभा चुनाव

विजेता: रंगलाल प्रसाद (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
वोट: 9777
उप विजेता- योगेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव (पीएसपी)
वोट – 9584
जीत का अंतर- 193

1967 विधानसभा चुनाव

विजेता: योगेंद्र श्रीवास्तव (प्रजा सोशलिस्ट पार्टी)
वोट: 18173
उप विजेता – रंगलाल प्रसाद (कांग्रेस)
वोट – 4101
जीत का अंतर- 14072

1969 विधानसभा चुनाव

विजेता: हरदेव प्रसाद (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
वोट: 17672
उप विजेता – मार्कंडेश्वर सिंह (कांग्रेस)
वोट – 15510
जीत का अंतर – 2162

1972 विधानसभा चुनाव

विजेता: हरदेव प्रसाद (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
वोट: 15465
उप विजेता – तारा देवी (एसओपी)
वोट – 11629
जीत का अंतर – 3836

1977 विधानसभा चुनाव

विजेता: हरदेव प्रसाद (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
वोट: 16870
उप विजेता – योगेंद्र प्र श्रीवास्तव (जेएनपी)
वोट – 16746
जीत का अंतर – 124

1980 विधानसभा चुनाव

विजेता: हरदेव प्रसाद ( कांग्रेस )
वोट – 14535
उप विजेता – रंगलाल प्रसाद
वोट: 7818
जीत का अंतर – 6717

1985 विधानसभा चुनाव

विजेता: नरदेश्वर कुशवाह (लोकदल)
वोट: 12224
उप विजेता – अरुण कुमार तिवारी (स्वतंत्र)
वोट – 11974
जीत का अंतर – 250

1990 विधानसभा चुनाव

विजेता: श्याम नारायण प्रसाद ( कांग्रेस)
वोट: 18893
उप विजेता – सतन यादव (एलकेडी(बी)
वोट – 13469
जीत का अंतर – 5424

1995 विधानसभा चुनाव

विजेता: विष्णु प्रसाद कुशवाह (समता पार्टी)
वोट: 13206
उप विजेता – सतन यादव (स्वतंत्र)
वोट – 10100
जीत का अंतर – 3106

2000 विधानसभा चुनाव

विजेता: राजेश सिंह (बहुजन समाज पार्टी)
वोट: 15,034
उप विजेता – अरुण कुमार तिवारी
वोट – 11287
जीत का अंतर – 3747

फरवरी 2005 विधानसभा चुनाव

विजेता: राजेश (राष्ट्रीय जनता दल)
वोट: 19,389
उप विजेता – रामाधार यादव (सपा)
वोट – 13287
जीत का अंतर – 6102

अक्टूबर 2005 विधानसभा चुनाव

विजेता: राजेश (राष्ट्रीय जनता दल)
वोट: 19,164
उप विजेता – रामाधार यादव (सपा)
वोट – 17700
जीत का अंतर – 1464
वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र बिहार के उत्तर-पश्चिमी छोर पर अवस्थित है, जो प्राकृतिक सौंदर्य और राजनीतिक हलचलों का केंद्र रहा है। यह क्षेत्र न केवल अपने वन्यजीव अभ्यारण्य और नेपाल सीमा से सटे होने के कारण प्रसिद्ध है, बल्कि यहां की राजनीति भी बेहद दिलचस्प रही है। बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में यह पहला क्षेत्र है, जहां से विधानसभा क्षेत्र की गिनती शुरू होती है।

वाल्मीकीनगर: प्राकृतिक सौंदर्य और राजनीतिक संघर्ष

वाल्मीकीनगर टाइगर रिजर्व और राष्ट्रीय उद्यान का घर है, जो इसे न केवल पर्यटन बल्कि स्थानीय रोजगार का भी केंद्र बनाता है। यहां की जनता जंगल, नदियों और पहाड़ों के बीच एक संतुलित जीवन जीती है। लेकिन इसके साथ ही, यह क्षेत्र राजनीतिक रूप से भी काफी संवेदनशील और जागरूक है।

राजनीतिक इतिहास: बदलाव की बयार

वाल्मीकीनगर विधानसभा क्षेत्र 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। इससे पहले यह धनहा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा था। 2010 के पहले चुनाव से लेकर अब तक इस क्षेत्र में कई राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखे गए हैं।
2010 के चुनाव में जनता दल (यूनाइटेड) के राजेश सिंह ने जीत दर्ज की। 2015 में निर्दलीय प्रत्याशी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कांग्रेस के इरशाद हुसैन को हराकर एक बड़ी जीत हासिल की। 2020 में धीरेंद्र प्रताप सिंह ने जनता दल (यूनाइटेड) के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और 21,585 वोटों के अंतर से कांग्रेस के राजेश सिंह को हराया।

2025 चुनाव की बिसात

आगामी 2025 के चुनाव को लेकर पूरे क्षेत्र में उत्साह और रणनीतिक चर्चाएं जोरों पर हैं। स्थानीय मतदाताओं की उम्मीदें और राजनीतिक दलों की तैयारियां इस चुनाव को बेहद रोचक बना रही हैं।
1. विकास बनाम जातिगत राजनीति: क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क परिवहन की स्थिति को लेकर मतदाता सजग हैं। हालांकि, जातिगत समीकरण भी यहां के चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।
2. युवा और महिला मतदाताओं की भूमिका: 2024 की मतदाता सूची के अनुसार, यहां 3,45,890 मतदाता हैं, जिनमें 1,83,951 पुरुष, 1,61,918 महिलाएं और 21 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। युवा और महिला मतदाता इस बार चुनावी गणित में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

 पार्टी समीकरण और संभावित उम्मीदवार:

जनता दल (यूनाइटेड): वर्तमान विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह का प्रदर्शन और उनकी लोकप्रियता को देखते हुए पार्टी उन्हें फिर से मैदान में उतार सकती है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद): पिछली बार उपविजेता रहे कांग्रेस के राजेश सिंह राजद के समर्थन से चुनाव लड़ सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा): भाजपा की ओर से नए चेहरे को मैदान में उतारने की संभावना है।
अन्य पार्टियां एवं निर्दलीय: वाम दल, एआईएमआईएम और कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी इस बार अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं।

जनता की उम्मीदें और मुद्दे

वाल्मीकीनगर के लोग इस बार अपने नेता से विकास की ठोस योजनाओं की अपेक्षा कर रहे हैं। क्षेत्र में रोजगार के अवसर, बेहतर शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, जलनिकासी समस्या और किसानों के मुद्दे प्रमुख रूप से उठाए जा रहे हैं।

निष्कर्ष

वाल्मीकीनगर विधानसभा चुनाव 2025 केवल राजनीतिक लड़ाई तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह जनता की आकांक्षाओं और उनके सपनों का भी चुनाव होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार कौन-सा दल जनता का विश्वास जीतकर सत्ता तक पहुंचेगा।
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