डेस्क. अयोध्या धाम में भगवान श्रीराम लला को किया गया सूर्य तिलक शायद विश्व में अपने तरह की पहली घटना है. इसमें आस्था के प्रतीक प्रभु श्रीराम को सूर्य किरणों से तिलक दिया गया. भगवान श्रीराम को सूर्यवंशी माना जाता है. यहीं कारण था कि रामनवमी के दिन जैसे ही शुभ मुहुर्त हुआ कि दोपहर के 12 बजकर 01 मिनट पर वैज्ञानिक तरीके से भगवान के ललाट पर सूर्य की पहली किरण पहुंचायी गयी. इस दौरान भक्त भावना में विभोर होकर देखते रहे. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने चुनावी प्रचार के दौरान भगवान को किये जा रहे सूर्य तिलक की घटना के गवाह बने. सूर्य तिलक की घटना के बाद विश्व में अचंभित करनेवाली घटना चर्चा का विषय बनी हुई है.

Spread the love