डेस्क. वर्ष 2024 में आयोजित की जानेवाली रामनवमी सदियों बाद रामलला की अयोध्याधाम में प्राण प्रतिष्ठा के बाद आयोजित की जा रही है. रामनवमी का यह पावन पर्व देश-विदेश में बसे करोड़ों सनातन धर्म के लोगों के लिए खास है. देश ही नहीं विदेशों में भी इसके आयोजन की भव्य तैयारी की जा रही है.विद्वानों के अनुसार प्रभु श्रीराम का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष में नवमी को हुआ था. वह अभिजीत मुहुर्त था.

हिंदू पंचाग के अनुसार रामनवमी 17 अप्रैल (बुधवार) को पूरे विश्व में मनायी जा रही है. इसको लेकर मंगलवार की मध्यरात्रि से ही श्रद्धालु देश के विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना के लिये कतार में खड़े होकर भगवान के दर्शन कर रहे हैं. मंदिरों को इस अवसर पर बेहद ही बढ़िया तरीके से सजाया गया है.

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