बिहार के भोजपुर जिले में रहनेवाली बांग्लादेशी महिला सुमित्रा रानी साहा को भारत की नागरिकता दे दी गयी है. पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ चल रहे हिंसा के बीच यह खबर सुकून देनेवाली है. बांग्ला देश को छोड़कर बिहार के भोजपुर जिले में रहनेवाली सुमित्रा साहा को भारत की नागरिकता 40 वर्षों बाद मिली है. बिहार में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीसीए) 2019 के तहत पहला नागरिकता प्रमाण पत्र जारी किया गया है.

पटना में जारी किया गया प्रमाण पत्र

बिहार राज्य में नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 (सीएए) के तहत प्रथम प्रमाण पत्र शुक्रवार को पटना में बिहार राज्य का जारी किया गया. नागरिकता नियम, 2009 के नियम के तहत बिहार की राज्य स्तरीय सशक्त समिति की बैठक में में यह प्रमाण पत्र जारी किया गया. जनगणना निदेशक सह नागरिक निबंधन एम रामचन्द्रडु की अध्यक्षता में नागरिक निबंधन कार्यालय में बैठक हुई. बैठक के दौरान बिहार में रहनेवाली किसी विदेशी महिला को प्रथम प्रमाण पत्र जारी किया गया.
इस बैठक में समिति के सदस्य पवन कुमार, डीएस (मुख्यालय), सीपीएमजी बिहार सर्कल के कार्यालय, अजय प्रसाद, एसआईबी बिहार, संजीव कुमार सिंह, अवर सचिव, गृह विभाग, बिहार और अनिरुद्ध पाल, एसआईओ, एनआईसी बिहार की उपस्थिति में सीसीए पोर्टल पर प्राप्त, सुमित्रा रानी साहा जिला- भोजपुर,- बिहार के आवेदन पर स्वीकृति प्रदान की गयी.

जिलास्तरीय समिति ने भेजा था प्रस्ताव

नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 (सीसीए) के आधार संख्या III ए अनुभाग के 5(1)(सी) के तहत आवेदन प्राप्त हुआ था. जिला स्तरीय समिति द्वारा मूल्य निर्धारण एवं अग्रसारित की गई थी. आवेदन के साथ उपलब्ध लाइसेंस प्राप्त पुरातत्वविदों की समिति द्वारा अवेदिका को प्रमाण पत्र प्रदान करने का निर्णय लिया गया.
सीएए पोर्टल पर साइटिक्स शास्त्र जेनरेट करने के बाद आवेदिका को पोर्टल के द्वारा ई-मेल एवं एसएमएस के द्वारा सूचना अंकित की जाती है.

बांग्लादेश में चल रहा है हिंदुओं के खिलाफ हिंसा

बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद हिंदुओं के खिलाफ हिंसा जारी है. वहां पर हिंदू घरों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. इस बीच किसी बांग्लादेशी नागरिक को भारत की नागरिकता देना सकून भरी खबर है.

सुमित्रा देवी का परिचय

बांग्लादेश से भारत के बिहार राज्य के भोजपुर जिले में रहनेवाली सुमित्रा देवी साहा हैं. वह भारत में 27 जनवरी 1985 को प्रवेश की. पेशे से वह हाउस वाइफ हैं. उनके पिता का नाम मोदन गोपाल चौधरी और मा का नाम शी कुमारी चौधरी है. उनके पति का नाम परमेश्वर प्रसाद है. वह बांग्लादेश की राजशाही की रहनेवाली हैं. उनका जन्म 05 फरवरी 1964 को हुआ है.
Bangladeshi woman comes and lives in Bhojpur district of Bihar
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