बिहार के वोटरों के लिए एक चौंकाने वाली खबर सामने आयी है! राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान 35 लाख से अधिक वोटरों के नाम अब मतदाता सूची में नहीं होगा जब ड्राफ्ट सूची का प्रकाशन किया जायेगा. ऐसे लोगों का नाम एक अगस्त की सूची में नहीं होगा. अब सवाल उठता है आखिर किन लोगों के नाम कटे और क्यों?
चौंकानेवाली जानकारी
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में कुल 7 करोड़ 89 लाख से अधिक मतदाता हैं, लेकिन जब बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) ने घर-घर जाकर सत्यापन शुरू किया, तो कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईयी:
1.25 लाख से अधिक मृत वोटर
जब BLO मतदाता फॉर्म लेकर घर-घर पहुँचे, तो परिजनों ने बताया कि संबंधित व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है। ऐसे मृत मतदाताओं की संख्या 12.55 लाख से अधिक है, यानी राज्य में कुल मतदाताओं का लगभग 1.59%.
17.37 लाख लोग बदले ठिकाना:
करीब 2.2% वोटर ऐसे मिले जो अब बिहार में नहीं रहते या अपना निवास बदल चुके हैं। ऐसे नाम भी सूची से हटा दिए गए।
5.76 लाख डुप्लीकेट एंट्री:
कुछ मतदाताओं के नाम दो स्थानों पर दर्ज पाए गए। 0.73% यानी 5.76 लाख लोगों की दोहरी प्रविष्टि पाई गई जिसे हटा दिया गया। कुल मिलाकर, अब तक 4.5% यानी 35 लाख से अधिक मतदाताओं का नाम बिना किसी अतिरिक्त प्रक्रिया के स्वतः हटा दिया गया है। निर्वाचन आयोग को यह अधिकार है कि मृतक, स्थानांतरित या डुप्लीकेट नाम वाले मतदाताओं को सूची से निकाल दे।
आखिरी मौका:
मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्यक्रम अभी भी जारी है, और अंतिम लिस्ट प्रकाशित होने में करीब 10 दिन का समय बाकी है। यदि किसी मतदाता का नाम गलती से हटा दिया गया हो, तो वे जल्द से जल्द BLO या निर्वाचन कार्यालय से संपर्क करें।
क्या आपका नाम लिस्ट में है? एक बार जरूर जांच लें — कहीं आप भी इन 35 लाख में तो नहीं?
83.66 फीसदी मतदाताओं के नाम प्रारूप मतदाता सूची में हुआ शामिल
बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत मतदाता सूची को अद्यतन करने का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है. राज्य के कुल 7.89 करोड़ मतदाताओं में से अब तक 6.60 करोड़ से अधिक यानी करीब 83.66 फीसदी मतदाताओं के नाम प्रारुप मतदाता सूची (ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल) में शामिल किये जा चुके हैं. इसके लिए बीएलओ द्वारा दो चरणों में घर-घर जाकर जानकारी जुटायी गयी है.
कितने फार्म भरे गये
आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार इस अभियान के तहत अब तक 5.74 करोड़ गणना प्रपत्र (वोटर फार्म) इसीआइनेट प्लेटफॉर्म पर अपलोड किए जा चुके हैं. फार्म भरने की अंतिम तिथि 25 जुलाई है. अब केवल 11 दिन शेष हैं. गहन सर्वेक्षण के दौरान अब तक की समीक्षा के अनुसार, 1.59 प्रतिशत मतदाता मृत पाये गये हैं जबकि 2.2 प्रतिशथ स्थायी रूप से अन्यत्र स्थानांतरित हो चुके हैं. साथ ही 0.73 प्रतिशत मतदाता ऐसे हैं जो एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत पाये गये हैं. कुल मिलाकर 88.18 प्रतिशथ मतदाता या तो फॉर्म भर चुके हैं, या उनकी स्थिति स्पष्ट हो चुकी है.
तीसरे चरण की तैयारी
राज्य भर में तीसरे चरण के तहत एक लाख बीएलओ पुनः घर-घर जाकर शेष 11.82 प्रतिशत मतदाताओं से संपर्क करेंगे. इस कार्य में सभी राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त 1.5 लाख बीएलए भी सहयोग कर रहे हैं. शहरी मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए 261 नगर निकायों के 5,683 वार्डों में विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं. राज्य से बाहर गये लोगों को भी समाचार पत्रों और ऑनलाइन माध्यमों के जरिए फॉर्म भरने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.

