BIHAR, PATNA. बिहार से सटे पड़ोसी देश नेपाल की 250 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा को 72 घंटों तक सील रखा गया. इस दौरान न कोई व्यक्ति नेपाल से बिहार और नहीं कोई बिहार से नेपाल में नातेदारी-रिस्तेदारी करने पहुंचा. 72 घंटों के दौरान सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी), बीओपी और एक्साइज के साझे प्रयास से इंटीग्रेटेड पोस्ट के माध्यम से सघन निगरानी रखी गयी है. बिहार के तीन जिलों मधुबनी, सुपौल और अररिया जिलों की सीमा पड़ोसी देश नेपाल से मिलती है. एडीजी हेडक्वाटर, बिहार, जेएस गंगवार ने बताया कि बिहार में तीसरे चरण के तहत पांच लोकसभा क्षेत्रों में मतदान मंगलवार को कराया गया है. इसको लेकर अंतरराष्ट्रीय सीमा को सील किया गया. बिहार में लोकसभा चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं है. इस राज्य की सीमा नेपाल से अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ी हुई है. इसी को देखते हुए इसे सील कर दिया गया था.
एडीजी हेडक्वाटर गंगवार ने बताया कि सीमा सील के दौरान 130 चेकपोस्ट लगाया गया था. इसका मकसद साफ है कि पड़ोसी देश से कोई भी अवांछित गतिविधि के माध्यम से मतदान को प्रभावित नहीं किया जा सके. उन्होंने बताया कि तीसरे चरण में बिहार के झंझारपुर लोकसभा, सुपौल लोकसभा, अररिया लोकसभा, मधेपुरा लोकसभा और खगड़िया लोकसभा क्षेत्रों में मतदान कराया गया है. इसमें खगड़िया जाला में कोसी नदी का दियारा क्षेत्र आता है. इसमें बेलदौर, अलौली और मानसी थान, सहरसा जिला के जलई ओपी, डरहार, महिषी, चिडैया, कनरिया थाना और मधुबनी जिला में कमला बलान के दियारा क्षेत्र में पड़नेवाले कुछ बूथों पर नाव और ट्रैक्टर के मदद से सुरक्षा बलों और पोलिंग पार्टी को पहुंचाया गया.
इसी प्रकार से सुपौल जिला में भी कोसी नदी की दो धाराओं के बीच करीब 50 किलोमीटर क्षेत्रफल में स्थित बूथों पर पोलिंग पार्टी और वोटरों को पहुंचाने के लिए नावों का प्रबंध किया गया था. दियारा क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए एसडीआरएफ के 30 बोट के साथ 120 जवानों को लगाया गया था. स्थानीय लेबल पर भी लगभग 40 नावों की व्यवस्था की गयी थी. इसके साथ 20 घुड़सवार दल को भी लगाया गया था. किसी भी प्रकार की नक्सली गतिविधियों से निपटने के लिए पांच बम निरोधक दस्ते को तैनात किया गया था. उन्होंने बताया कि खगड़िया, सुपौल और सहरसा जिलों के दियारा क्षेत्र में दियारा पुलिस शिवर की भी स्थापना की गयी थी. दियारा पुलिस शिविर द्वारा लगातार मोबाइल रहकर इन क्षेत्रों में शांति व्यवस्था स्थापित किया गया. आदर्श आचार संहिता के पालन में 184 अवैध हथियारों की बरामदगी भी की गयी है.